सार
श्रीनगर में तैनाती से पहले राकेश बलवाल एनआईए में भी साढ़े तीन साल तक प्रतिनियुक्ति पर थे। आईपीएस राकेश बलवाल पुलवामा हमले की जांच करने वाली टीम का भी हिस्सा थे, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।
विस्तार
केंद्र सरकार ने वरिष्ठ आईपीसीएस अधिकारी राकेश बलवाल का मणिपुर तबादला कर दिया है। राकेश बलवाल श्रीनगर में एसएसपी के पद पर तैनात थे, जिन्हें हिंसा भड़कने के बाद मणिपुर भेजा गया है। 2012 बैच के आईपीएस अधिकारी का मूल कैडर मणिपुर ही है और फिलहाल वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में एसएसपी के पद पर तैनात थे। मणिपुर में दो युवकों के शवों की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद तनाव बढ़ गया है।
तेज-तर्रार आईपीएस अधिकारी माने जाते हैं राकेश बलवाल
राकेश बलवाल को साल 2021 के अंत में श्रीनगर में कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी सौंपी थी। आदेश में कहा गया है कि कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के उस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, जिसमें आईपीएस राकेश बलवाल को समय से पहले एजीएमयूटी कैडर से उनके मूल कैडर मणिपुर में वापस भेजने की मांग की गई थी। श्रीनगर में तैनाती से पहले राकेश बलवाल एनआईए में भी साढ़े तीन साल तक प्रतिनियुक्ति पर थे। आईपीएस राकेश बलवाल पुलवामा हमले की जांच करने वाली टीम का भी हिस्सा थे, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।
मणिपुर में फिर भड़की हिंसा
बता दें कि मणिपुर में दो युवकों के शवों की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसके चलते मणिपुर में फिर से हिंसा भड़क गई है। ताजा हिंसा में कई लोग घायल हुए हैं। वहीं गुस्साई भीड़ ने बीती रात इंफाल पश्चिम में डीसी ऑफिस पर हमला बोल दिया और वहां कई वाहनों को आग लगा दी। मणिपुर के उरीपोक, येसकुल, सेगलबंद और तेरा इलाकों में सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुईं। हालात को काबू करने के लिए सुरक्षाबलों ने आंसू गैस के गोले छोड़े और रबर की गोलियां चलानी पड़ी। मणिपुर में बीती 3 मई से जारी हिंसा में अभी तक 180 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
राकेश बलवाल को साल 2021 के अंत में श्रीनगर में कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी सौंपी थी। आदेश में कहा गया है कि कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के उस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, जिसमें आईपीएस राकेश बलवाल को समय से पहले एजीएमयूटी कैडर से उनके मूल कैडर मणिपुर में वापस भेजने की मांग की गई थी। श्रीनगर में तैनाती से पहले राकेश बलवाल एनआईए में भी साढ़े तीन साल तक प्रतिनियुक्ति पर थे। आईपीएस राकेश बलवाल पुलवामा हमले की जांच करने वाली टीम का भी हिस्सा थे, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।
मणिपुर में फिर भड़की हिंसा
बता दें कि मणिपुर में दो युवकों के शवों की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसके चलते मणिपुर में फिर से हिंसा भड़क गई है। ताजा हिंसा में कई लोग घायल हुए हैं। वहीं गुस्साई भीड़ ने बीती रात इंफाल पश्चिम में डीसी ऑफिस पर हमला बोल दिया और वहां कई वाहनों को आग लगा दी। मणिपुर के उरीपोक, येसकुल, सेगलबंद और तेरा इलाकों में सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुईं। हालात को काबू करने के लिए सुरक्षाबलों ने आंसू गैस के गोले छोड़े और रबर की गोलियां चलानी पड़ी। मणिपुर में बीती 3 मई से जारी हिंसा में अभी तक 180 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
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