सार
New Lok Sabha: एडीआर ने 2024 लोकसभा चुनाव में जीते सभी 543 उम्मीदवारों के हलफनामों पर रिपोर्ट जारी की है। इसके विश्लेषण के अनुसार, 543 विजेता उम्मीदवारों में से 251 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। इस चुनाव में केवल 74 यानी 14% महिलाएं जीती हैं।
विस्तार
लोकसभा चुनाव 2024 का जनादेश सुनाया जा चुका है। 18वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव के नतीजे मंगलवार को घोषित कर दिए गए। इस चुनाव में केंद्र की सत्ताधारी भाजपा को 240 सीटें मिली हैं। वहीं दूसरे स्थान पर कांग्रेस है जिसके 99 सांसद लोकसभा पहुंचेगे। 293 सीटों के साथ एनडीए लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रहा है। नई लोकसभा के गठन की तैयारियों के बीच, एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने 2024 में चुनाव जीतने वाले सभी 543 विजेता उम्मीदवारों के हलफनामों का विश्लेषण किया है।
एडीआर ने जारी किए एक विश्लेषण में बताया है कि 543 विजेता उम्मीदवारों से 251 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं 504 विजेता उम्मीदवार करोड़पति हैं। सबसे युवा विजेता उम्मीदवार पुष्पेंद्र सरोज और प्रिया सरोज हैं। 25 साल के दोनों नवनिर्वाचित सांसद सपा के टिकट पर जीते हैं। वहीं सबसे उम्रदराज नवनिर्वाचित सांसद डीएमके के टीआर बालू हैं, जिनकी उम्र 82 साल है।
आइये जानते हैं कि एडीआर की रिपोर्ट में क्या-क्या खास है?
विजेता उम्मीदवारों की आपराधिक पृष्ठभूमि
एडीआर द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के विश्लेषण के अनुसार, मौजूदा लोकसभा चुनावों में 543 विजेता उम्मीदवारों में से 251 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। इन विजेता उम्मीदवारों में से 170 पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, महिलाओं के खिलाफ अपराध और नफरती भाषण से जुड़े आरोप शामिल हैं।
543 में से 251 (46%) विजेता उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। 170 (14%) विजेता उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। 27 विजेता उम्मीदवारों ने अपने ऊपर दोषसिद्ध मामले घोषित किए हैं। चार विजेता उम्मीदवारों ने अपने ऊपर हत्या (आईपीसी-302) से जबकि 27 विजेता उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ हत्या के प्रयास (आईपीसी-307) से जुड़े मामले घोषित किए हैं। महिलाओं के ऊपर अत्याचार से जुड़े मामले घोषित करने वाले विजेता उम्मीदवार 15 हैं। इनमें से दो विजेता उम्मीदवारों के ऊपर दुष्कर्म (आईपीसी-376) से जुड़ा मामला दर्ज है।
एडीआर द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के विश्लेषण के अनुसार, मौजूदा लोकसभा चुनावों में 543 विजेता उम्मीदवारों में से 251 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। इन विजेता उम्मीदवारों में से 170 पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, महिलाओं के खिलाफ अपराध और नफरती भाषण से जुड़े आरोप शामिल हैं।
543 में से 251 (46%) विजेता उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। 170 (14%) विजेता उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। 27 विजेता उम्मीदवारों ने अपने ऊपर दोषसिद्ध मामले घोषित किए हैं। चार विजेता उम्मीदवारों ने अपने ऊपर हत्या (आईपीसी-302) से जबकि 27 विजेता उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ हत्या के प्रयास (आईपीसी-307) से जुड़े मामले घोषित किए हैं। महिलाओं के ऊपर अत्याचार से जुड़े मामले घोषित करने वाले विजेता उम्मीदवार 15 हैं। इनमें से दो विजेता उम्मीदवारों के ऊपर दुष्कर्म (आईपीसी-376) से जुड़ा मामला दर्ज है।
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