सार
इंदौर के जिस जोड़े को लेकर रहस्यमयी स्थितियां पैदा हो गई थीं, उसकी गुत्थी मेघालय ने सुलझा ली है। पुलिस ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। 23 मई से लेकर अब तक मामले में कब-कब और क्या-क्या हुआ?
विस्तार
मध्य प्रदेश के इंदौर से हनीमून मनाने के लिए मेघालय पहुंचे एक जोड़े के लापता होने का मामला चर्चा में था। 23 मई को जब यह जोड़ा लापता हुआ, तब माना जा रहा था कि मेघालय के सोहरा क्षेत्र में घने जंगलों और कम आबादी की वजह से पति-पत्नी की खोज-खबर नहीं मिल पा रही है। इसके बाद मामला उलझता चला गया। लापता युवक का शव दो जून (सोमवार) को 150 फीट गहरी खाई में मिला था। युवक की पत्नी ने 17 दिन बाद उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में आत्मसमर्पण किया। 18 दिन से मामले की जांच में जुटी मेघालय पुलिस ने आखिरकार गुत्थी को सुलझा लिया
मौत की जानकारी के बाद उलझता गया केस?
इंदौर के इस जोड़े के लापता होने का केस राजा का शव मिलने के बाद और उलझ गया था। दरअसल, भारी बारिश के बीच मेघालय पुलिस ने ड्रोन्स के जरिए राजा का शव ढूंढा। उनका शव बुरी तरह सड़ चुका था और चेहरा पहचान में नहीं आ रहा था। परिजनों ने एक टैटू के जरिए शव की पहचान की। हालांकि, राजा के शव के आसपास खोजबीन पर भी सोनम का कुछ पता नहीं चला था। परिजनों का कहना था कि अगर सोनम सुरक्षित होती तो खुद ही किसी से संपर्क करती, लेकिन उसका कोई पता नहीं है।
इंदौर के इस जोड़े के लापता होने का केस राजा का शव मिलने के बाद और उलझ गया था। दरअसल, भारी बारिश के बीच मेघालय पुलिस ने ड्रोन्स के जरिए राजा का शव ढूंढा। उनका शव बुरी तरह सड़ चुका था और चेहरा पहचान में नहीं आ रहा था। परिजनों ने एक टैटू के जरिए शव की पहचान की। हालांकि, राजा के शव के आसपास खोजबीन पर भी सोनम का कुछ पता नहीं चला था। परिजनों का कहना था कि अगर सोनम सुरक्षित होती तो खुद ही किसी से संपर्क करती, लेकिन उसका कोई पता नहीं है।
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