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UP: प्रशिक्षु महिला सिपाही ने दी जान... सात महीने बाद मिलनी थी पोस्टिंग; इसलिए उठाया खौफनाक कदम

 सार

पुलिस में भर्ती होने के बाद रानू की ट्रेनिंग चल रही थी। उसने आत्मघाती कदम उठाया। रानू की मौत के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है। पिता ने इस मामले में एक युवक के खिलाफ तहरीर दी है।




विस्तार

एटा के जलेसर की रहने वाली रानू जादौन (23) ने पुलिस कांस्टेबल की ट्रेनिंग के दौरान कन्नौज में खुदकुशी कर ली। खबर मिलते ही परिजन भौचक रह गए। खबर मिलने पर परिवार के सभी सदस्य कन्नौज को रवाना हो गए।

कस्बे के इसौली चौराहे पर रहने वाले श्यामवीर सिंह मूलरूप से क्षेत्र के गांव सलूकागढ़ी के निवासी हैं। बच्चों को पढ़ाने के लिए वह गांव से जलेसर आकर रहने लगे थे। उनके दो पुत्री राधा और रानू एवं एक पुत्र है। परिजन ने बताया रानू पढ़ने में तेज थी और यूपीएससी की तैयारी कर रही थी। पुलिस कांस्टेबल में चयन होने पर रानू ट्रेनिंग पर चली गई। वह घर से 17 जून को गई थी।

यूपीएससी, आयकर विभाग और पुलिस में एसआई के लिए भी उसने प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया था। असफल होने पर वह तनाव में थी। कन्नोज की रिजर्व पुलिस लाइन में दोपहर में प्रतिसार निरीक्षक के आवास के सामने बने छह मंजिला छात्रावास की पहली मंजिल पर बॉथरूम में प्रशिक्षु महिला सिपाही रानू जादौन का शव दुपट्टे से बने फंदे में लटकता मिला।
 

सुबह सात बजे वह अन्य सभी महिला आरक्षियों के साथ पुलिस लाइन में प्रशिक्षण व परेड में शामिल होने गई थी। कुछ देर बाद तबीयत खराब होने की बात कहकर वह छात्रावास में कमरे में आ गई। दोपहर में लंच के समय उसकी रूममेट आरक्षी शिवानी जादौन जब कमरे पर पहुंची तो उसका शव टॉवेल हैंगर से लटका देख दंग रह गई। उसने इसकी जानकारी प्रतिसार निरीक्षक सुखवीर सिंह को दी। 
 

सूचना मिलते ही एसपी विनोद कुमार, एएसपी अजय कुमार, सीओ सिटी अभिषेक प्रताप अजेय, तिर्वा सीओ डॉ. प्रियंका वाजपेयी और सदर कोतवाल जितेंद्र प्रताप सिंह मौके पर पहुंचे और शव को फंदे से उतरवा कर एंबुलेंस से जिला अस्पताल भिजवाया। वहां डॉक्टरों ने रानू जादौन को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने घटना की जानकारी परिजनों को दी और शव को सील कर पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। परिजन भी इस घटना से स्तब्ध हैं। 
 

एसपी विनोद कुमार का कहना है कि प्रारंभिक जांच में प्रशिक्षु महिला सिपाही द्वारा व्यक्तिगत कारणाें से आत्महत्या करने की बात सामने आई है। कारणों का पता लगाया जा रहा है, इसके लिए उसके मोबाइल व कमरे से मिले कुछ प्रपत्रों की जांच की जा रही है। जल्द ही पूरी घटना का खुलासा किया जाएगा।

कोई बात हो तो मेरे भाई को फोन कर देना...
प्रशिक्षु सिपाही रानू जादौन ने रूममेट शिवानी को भाई का मोबाइल नंबर दिया था और उससे कहा था कि कोई बात हो तो मेरे भाई को फोन देना...शिवानी ने इस बात को गंभीरता से नहीं लिया। दरअसल, शिवानी भी जलेसर की रहने वाली है और दोनों एक साथ ही पुलिस में भर्ती हुईं थीं। छात्रावास के कमरे में भी वह साथ-साथ रहतीं थीं। शिवानी के मुताबिक पिछले तीन दिन से रानू तनाव में रहती थी और पूछने पर तबीयत खराब होने की बात कहती थी। 16 जुलाई को उसका प्रशिक्षण पूरा होना था। इसके बाद वह घर जाने की बात कह रही थी। उसे क्या पता था कि वह इतना बड़ा कदम उठा लेगी।
 

युवक नौकरी छोड़ने का बना रहा था दबाव
प्रशिक्षु महिला आरक्षी को एटा का ही एक युवक परेशान कर रहा था और नौकरी छोड़ने का दबाव बना रहा था। इसी से परेशान होकर प्रशिक्षु आरक्षी ने मौत को गले लगा लिया। पुलिस ने आरक्षी के पिता की तहरीर पर युवक के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।

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