सार
मथुरा-वृंदावन में यमुना ने तबाही मचाना शुरू कर दिया है। बांके बिहारी मंदिर मार्ग पर यमुना का पानी पहुंच गया है। वहीं अयोध्या नगर में जलभराव से एक मकान गिर गया, जिसमें परिवार के सदस्य बाल-बाल बच गए।
विस्तार
यमुना का जलस्तर बढ़ने से मथुरा और वृंदावन में घर डूबते जा रहे हैं। वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर मार्ग पर पानी पहुंच गया है। वहीं मथुरा के अयोध्या नगर में हुए जलभराव से एक मकान गिर गया। गनीमत ये रही कि इस हादसे में परिवार के लोग बाल-बाल बच गए। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
बांकेबिहारी मंदिर जाने वाले मार्ग में भी यमुना का पानी पहुंच गया है। दाऊजी तिराहे तक सड़कें जलमग्न हो गई हैं। इस वजह से यहां के दुकानदारों को काफी परेशानी हो रही है। वहीं मथुरा के लक्ष्मी नगर के अयोध्या नगर में रविवार को बाढ़ का पानी भरने से एक मकान गिर गया। घर में मौजूद लोगों ने जैसे-तैसे भाग कर अपनी जान बचाई। पीड़ित का कहना है कि रविवार रात को उनके मकान के चारों ओर पानी भर गया। इसके बाद उनके मकान की दीवार दरकने लगीं और फर्श भी धंसने लगे। फिर थोड़ी देर बाद मकान के पिछले हिस्से की दीवार गिर गई और दोनों कमरे धराशाई हो गए।
एक मंजिल तक भरा पानी
लक्ष्मी नगर के ईसापुर में एक मंजिल तक पानी भरने के बाद बाढ़ प्रभावित लोग रेलवे ट्रैक को पार करके सुरक्षित स्थान पर जा रहे हैं। सोमवार दोपहर 1:00 बजे दर्जनों लोग घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जा रहे थे, इसी दौरान हाथरस की तरफ से तेज रफ्तार ट्रेन आ गई। लोगों ने जैसे तैसे रेलवे ट्रैक से भाग कर अपनी अपनी जान बचाई। वहीं रेलवे ट्रैक के पास एसडीएम महावन कुर्सी पर बैठी रहीं। उन्होंने न लोगों को रोका और न ही खुद वहां से हटीं। लोगों ने तेज आवाज से चिल्लाना शुरू किया, इसके बाद सब तितर वितर हुए।
लक्ष्मी नगर के ईसापुर में एक मंजिल तक पानी भरने के बाद बाढ़ प्रभावित लोग रेलवे ट्रैक को पार करके सुरक्षित स्थान पर जा रहे हैं। सोमवार दोपहर 1:00 बजे दर्जनों लोग घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जा रहे थे, इसी दौरान हाथरस की तरफ से तेज रफ्तार ट्रेन आ गई। लोगों ने जैसे तैसे रेलवे ट्रैक से भाग कर अपनी अपनी जान बचाई। वहीं रेलवे ट्रैक के पास एसडीएम महावन कुर्सी पर बैठी रहीं। उन्होंने न लोगों को रोका और न ही खुद वहां से हटीं। लोगों ने तेज आवाज से चिल्लाना शुरू किया, इसके बाद सब तितर वितर हुए।