https://www.youtube.com/c/AIBSNews24

Punjab Flood: फिरोजपुर में 50 गांव बाढ़ की चपेट में, दो नौजवान बहे, सेना व NDRF ग्रामीणों को निकालने में जुटी

 सार

फिरोजपुर में मल्लांवाला, पल्ला मेगा व हुसैनीवाला से सटे सभी गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। सेना और एनडीआरएफ नाव व मोटर बोट से ग्रामीणों को निकाल कर सुरक्षित जगहों तक पहुंचाने में जुटी है। गट्टी राजोके के पुल की मरम्मत सेना कर रही है।




विस्तार

पंजाब में सतलुज नदी ने रौद्र रूप धारण कर रखा है। फिरोजपुर जिले लगभग पचास गांव बाढ़ की चपेट में है। मल्लांवाला के गांव आले वाला में दो नौजवान पानी में बह गए। एक मिल गया लेकिन दूसरे का अभी तक सुराग नहीं मिला है।

कई गांवों से पशुओं के बहने की सूचना है। ग्रामीणों की मदद के लिए सेना और एनडीआरएफ बुलाई गई है। हुसैनीवाला की तरफ 15 गांवों व बीएसएफ की सुविधा के लिए बने पुल को पानी ने नुकसान पहुंचाया है। नदी का पानी दुलचीके बांध तक पहुंच चुका है। बांध को नुकसान पहुंचता है तो पूरा फिरोजपुर पानी में डूब जाएगा। हरिके हेड से लाखों क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।





वर्ष 1988 की तुलना में इस बार बाढ़ ज्यादा आई है। गांव कालू वाला को पूरी तरह खाली करा दिया गया है। इस गांव की 20 एकड़ जमीन नदी में समा गई है। जानकारों के मुताबिक फिरोजपुर के 50 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। लोग घर छोड़कर सुरक्षित जगहों पर पहुंच गए हैं। 

ग्रामीणों को राहत कैंपों में पहुंचने की अपील की जा रही है। कई ग्रामीण बांध पर बैठे हैं। ग्रामीणों के कहने पर जिला प्रशासन ने हुसैनीवाला हेड के गेट खुलवाए हैं। मल्लांवाला, पल्ला मेगा व हुसैनीवाला से सटे सभी गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। सेना और एनडीआरएफ नाव व मोटर बोट से ग्रामीणों को निकाल कर सुरक्षित जगहों तक पहुंचाने में जुटी है। गट्टी राजोके के पुल की मरम्मत सेना कर रही है।

गुरदासपुर में सेना की चार टीमें बांट रहीं राहत सामग्री

गुरदासपुर में सेना की चार टीमें लोगों तक राहत सामग्री पहुंचाने में जुटी हैं। शुक्रवार को सेना के जवानों की राहत टीम ने गांव दाऊवाल, किशनपुर, भैणी पसवाल और अन्य इलाकों में लोगों को खाद्य पदार्थ और पानी वितरित किया। लोगों ने भारतीय सेना का धन्यवाद किया है।



बता दें कि गुरदासपुर जिले में ब्यास नदी के किनारे पर बसे गांव बाढ़ की चपेट में हैं। इन गांवों में सेना के जवान राहत एवं बचाव कार्य में जुटे है। भारतीय सेना की बाढ़ राहत टीम के 45 जवान लेफ्टिनेंट कर्नल वीके सिंह के नेतृत्व में लोगों की मदद में जुटे हैं।

सेना ने पुराना शाला के राहत शिविर में बेस बनाया है और पूरे बाढ़ प्रभावित इलाके में चार टीमें बनाकर राहत अभियान चलाया जा रहा है। नियंत्रण कक्ष में लेफ्टिनेंट कर्नल वीके सिंह और चार जेसीओ सेना के राहत अभियान की कमान संभाल रहे हैं। इसके अलावा पुराना शाला में सेना ने मेडिकल रूम स्थापित किया है। जहां जरूरतमंदों को जांच के बाद दवा दी जा रही है।

Post a Comment

Previous Post Next Post