सार
Bharat Ratna Rules: भारत रत्न हमारे देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। साल 1954 में भारत रत्न सम्मान देने की शुरुआत हुई थी। गृह मंत्रालय के अनुसार वार्षिक पुरस्कारों की संख्या एक वर्ष विशेष में अधिकतम तीन तक सीमित है
विस्तार
भारत सरकार ने शुक्रवार को तीन लोगों को भारत रत्न देने की घोषणा की। इसमें दो पूर्व प्रधानमंत्रियों चौधरी चरण सिंह और पीवी नरसिम्हा राव और भारत के हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन के नाम शामिल हैं। इससे पहले दिग्गज भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने का एलान हो चुका है। इस तरह से यह पहली बार है जब एक ही साल में पांच लोगों को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान देने का निर्णय लिया गया है
आइये जानते हैं कि भारत रत्न को लेकर क्या नियम हैं? एक साल में अधिकतम कितने लोगों को भारत रत्न दिया जा सकता है?
भारत रत्न को लेकर क्या नियम हैं?
भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जो साल 1954 में शुरू किया गया था। केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार, इस सम्मान के लिए सभी व्यक्ति जाति, पेशे, पद और लिंग के भेदभाव के बिना पात्र हैं। किसी भी क्षेत्र में किए गए सर्वोत्तम कार्य के सम्मान के लिए भारत रत्न दिया जाता है। भारत रत्न के लिए सिफारिश प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रपति को की जाती है। इसके लिए कोई औपचारिक सिफारिश आवश्यक नहीं है
भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जो साल 1954 में शुरू किया गया था। केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार, इस सम्मान के लिए सभी व्यक्ति जाति, पेशे, पद और लिंग के भेदभाव के बिना पात्र हैं। किसी भी क्षेत्र में किए गए सर्वोत्तम कार्य के सम्मान के लिए भारत रत्न दिया जाता है। भारत रत्न के लिए सिफारिश प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रपति को की जाती है। इसके लिए कोई औपचारिक सिफारिश आवश्यक नहीं है
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