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UP BJP: मेनका या वरुण में किसी एक को ही मिलेगा टिकट... ब्रजभूषण शरण सिंह समेत इन दिग्गजों ने लगाया दम

 सार

भाजपा के दिग्गज सांसदों ने टिकट के लिए दम लगा दिया है। ब्रजभूषण शरण सिंह, संतोष गंगवार और मेनका गांधी समेत कई नेता टिकट के लिए दबाव बना रहे हैं। वहीं, जानकारी मिल रही है कि मेनका या वरुण में से किसी एक को ही टिकट मिलेगा




विस्तार

लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के प्रत्याशियों की पहली सूची में वंचित रहने के बाद पार्टी के दिग्गज सांसदों ने अपने टिकट के लिए पूरा दम लगा दिया है। राम लहर और मोदी की गारंटी के माहौल में भी दिग्गज चेहरों को चुनाव मैदान से बाहर करने में पार्टी को मशक्कत करनी पड़ेगी।

भाजपा ने पहले चरण में यूपी की 80 में से 51 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए हैं। शेष 29 सीटों में से बागपत और बिजनौर पर एनडीए के सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल ने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। आगामी दिनों में 27 सीटों पर प्रत्याशी घोषित होने हैं। इनमें से दो सीटें अपना दल (एस) और सुभासपा को एक सीट मिलेगी। 


24 सीटों पर भाजपा अपने प्रत्याशी उतारेगी। जिन मौजूदा सांसदों के टिकट घोषित नहीं हुए हैं, वह अपने समर्थकों के साथ लखनऊ से दिल्ली तक प्रयास कर रहे हैं। जानकार बताते हैं कि कुश्ती संघ से विवादों में आए कैसरगंज से भाजपा सांसद ब्रजभूषण शरण सिंह की जगह पार्टी उनकी पत्नी केतकी सिंह या विधायक बेटे प्रतीक भूषण सिंह को चुनाव लड़ाना चाहती है। 

लेकिन ब्रजभूषण ने टिकट पाने के लिए लखनऊ से दिल्ली तक पूरी ताकत लगा दी है। बरेली से लगातार सांसद रहे संतोष गंगवार को 2019 में मंत्री पद से हटाने के बाद अब चुनावी राजनीति से बाहर रखने की चर्चाएं चल रही हैं। उनके समर्थकों का तर्क है  कि 75 वर्ष से अधिक आयु होने पर हेमा मालिनी को टिकट दिया गया है, ऐसे में संतोष गंगवार की दावेदारी भी से बनती है।

मेनका या वरुण में किसी एक को ही टिकट
देवरिया से संसद और पूर्व प्रदेश अध्य रमापति राम त्रिपाठी ने भी दिल्ली में भाजपा के बड़े पदाधिकारियों से संपर्क बनाकर एक और मौका मांगा है। सुल्तानपुर से सांसद मेनका गांधी और पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी के टिकट पर भी पेंच फंसा है। पीएम मोदी की हरी झंडी के बाद पार्टी दोनों में से किसी एक को टिकट दे सकती है। 

 

कानपुर के सांसद सत्यदेव पचौरी को फिर से प्रत्याशी बनाने के लिए आरएसएस के कुछ पदाधिकारी पैरवी कर रहे हैं। उधर, भाजपा ने बागपत और बिजनौर सीट रालोद को दी है। बिजनौर से लगातार दो बार सांसद रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री सतपाल का टिकट कट गया है। 
 

पार्टी की ओर से पहले ही तीन जाट उम्मीदवार उतारने के चलते अब सतपाल सिंह के राजनीतिक भविष्य पर तलवार लटक गई है। बिजनौर से 2019 में भाजपा प्रत्याशी रहे कुंवर भारतेंद्र का टिकट भी कट गया है। सतपाल और भारतेंद्र भी किसी अन्य सीट से दावेदारी कर सकते हैं।

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