पेरिस पैरालंपिक खेलों में इतिहास रचने के बाद आज भारतीय दल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान पीएम मोदी ने पैरा एथलीट्स से खूब बातचीत की। उनके साथ हंसी मजाक भी किया। साथ ही खिलाड़ियों के कोच से भी अनुभव को साझा किया। प्रधानमंत्री ने एथलीट्स से पैरालंपियनों से पैरालंपिक में उनके अनुभव के बारे में पूछा। पैरा एथलीट्स ने कुछ दिलचस्प कहानियां भी साझा कीं। इसका वीडियो भी सामने आया है। पीएम मोदी ने खिलाड़ियों का हौसला भी बढ़ाया। इस दौरान पैरा एथलीट्स और कोचिंग स्टाफ ने पीएम मोदी को अपना ब्रांड एंबेसडर बताया है। इस दौरान पीएम मोदी के साथ खेल मंत्री मनसुख मांडविया और पीसीआई अध्यक्ष देवेंद्र झाझरिया भी मौजूद रहे।
India's Paralympic champions have set a new benchmark with the highest-ever medal count. It was a delight to interact with them. https://t.co/yLkviuJCaI
— Narendra Modi (@narendramodi) September 13, 2024
पेरिस पैरालंपिक में रिकॉर्ड 29 पदक जीतने के बाद भारतीय एथलीट्स मंगलवार को देश लौटे थे। भारत ने पेरिस पैरालंपिक में सात स्वर्ण, नौ रजत और 13 कांस्य समेत 29 पदक जीते थे। भारत ने टोक्यो पैरालंपिक का रिकॉर्ड तोड़ा था। टोक्यो में भारत ने 19 पदक जीते थे और देश पदक तालिका में 24वें स्थान पर रहा था, जबकि पेरिस में भारत 18वें स्थान पर रहा। भारत इस बार पेरिस में 25 पार के लक्ष्य के साथ उतरा था और उसे हासिल भी किया।
भारत ने इस बार सबसे ज्यादा 84 खिलाड़ियों के दल को पेरिस भेजा था। देश लौटने के बाद से पैरालिंपियनों को सरकार द्वारा सम्मानित किया गया। खेल मंत्री मांडविया ने स्वर्ण पदक विजेताओं को 75 लाख रुपये, रजत विजेताओं को 50 लाख रुपये और खेलों में कांस्य पदक जीतने वाले एथलीटों को 30 लाख रुपये दिए हैं। मिश्रित टीम स्पर्धाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को 22.5 लाख रुपये देकर सम्मानित किया गया। इनमें तीरंदाज शीतल देवी शामिल हैं, जिन्होंने राकेश कुमार के साथ कांस्य पदक जीता था।